Kuch pal khud ke sung...
निगाह उठे तो सुबह झुके तो शाम हो जाये,तू अगर मुस्कुरा दे तो कत्ले आम हो जाये,जरुरत ही नहीं तुझे मेरी बांहों में आने की,ख्वाबों में भी आ जाये तो काम हो जाये !
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निगाह उठे तो सुबह झुके तो शाम हो जाये,
तू अगर मुस्कुरा दे तो कत्ले आम हो जाये,
जरुरत ही नहीं तुझे मेरी बांहों में आने की,
ख्वाबों में भी आ जाये तो काम हो जाये !
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